कर्नाटक में जारी राजनीतिक टकराव के बीच नेताओं की देर रात बैठक पर बढ़ी चर्चा

बेलगावी, एजेंसी।। कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया यह दावा कर रहे हैं कि उनकी सरकार सुचारु रूप से चल रही है और नेतृत्व परिवर्तन से जुड़े किसी भी निर्णय का पालन किया जाएगा। परन्तु इन दावों के विपरीत उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने गुरुवार देर रात अपने निकट सहयोगियों और कई विधायकों के साथ रात्रि भोज पर मुलाकात की, जिससे सियासी हलचल फिर से तेज हो गई। इस रात्रि भोज में तीस से अधिक कांग्रेस विधायक उपस्थित रहे।
सूत्रों के अनुसार बैठक में मंत्री केएच मुनियप्पा, मनकल वैद्य, डॉ एमसी सुधाकर, विधायक एनए हारिस, रमेश बांदीसिद्देगौड़ा, एचसी बालकृष्ण, गणेश हुक्केरी, दर्शन ध्रुवनारायण, अशोक कुमार राय और केवाई नांजेगौड़ा शामिल थे। बताया गया कि भाजपा से निकाले गए विधायक एसटी सोमशेखर और शिवराम हेब्बर भी इस भोज में पहुँचे।
शिवकुमार की यह बैठक उस रात्रिभोज के एक दिन बाद हुई, जिसमें मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उनके करीबी विधायक बेलगावी उत्तर के पूर्व विधायक फिरोज सैत द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित हुए थे। नेता इसे अनौपचारिक बैठक बता रहे हैं, किन्तु इससे सत्ता परिवर्तन से जुड़ी अटकलें फिर जोर पकड़ने लगी हैं।
पिछले महीने बीस नवंबर को कांग्रेस सरकार अपने पाँच वर्ष के कार्यकाल का आधा समय पूरा कर चुकी है। इससे पहले ही मुख्यमंत्री बदलने को लेकर चर्चा तेज थी। माना जाता है कि विधानसभा चुनाव दो हजार तेईस में जीत के बाद सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच यह समझ बनी थी कि दोनों ढाई ढाई वर्ष के लिए मुख्यमंत्री पद संभालेंगे। इसी मुद्दे को लेकर दोनों पक्षों में कई बार तीखी बयानबाजी भी सामने आई और दोनों खेमों के समर्थक भी सक्रिय रहे।
उधर, लगातार उभर रहे इन सियासी संकेतों को देखते हुए कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व भी सक्रिय हुआ। आलाकमान के निर्देश पर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने एक-दूसरे के आवास पर नाश्ते के दौरान मुलाकात की। इस पहल को दोनों नेताओं के बीच मतभेद कम करने और विशेष रूप से बेलगावी विधानसभा सत्र से पहले सिद्धारमैया को पद पर बनाए रखने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।



