जमीन नहीं लिखने पर पिता की गोली मारकर की हत्या ,दोस्त के साथ मिलकर दिया वारदात को अंजाम
कलयुगी बेटा अपने पिता पर जमीन का बंटवारा करने के लिए दबाव बना रहा था. पिता ने मना किया तो बेटे ने अपने दोस्त के साथ मिलकर पिता के सिर में गोली मार दी. फिलहाल गंभीर हालत में पिता को पीएमसीएच रेफर किया गया
हलसी थाना क्षेत्र में शुक्रवार की दोपहर उसके नाम जमीन नहीं लिखने से नाराज पुत्र ने वृद्ध पिता की गोलीमार हत्या कर दी। गोलीबारी के क्रम में पिता के साथ बैठे एक अन्य व्यक्ति को भी गोली लगी, जिससे वह घायल हो गया। लोगों ने आनन-फानन में दोनों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, लेकिन उसके पिता की मौत हो गई।बिहार के लखीसराय से एक हत्या का मामला सामने आया है. जहां पर बेटे ने अपने पिता को गोली मार दी. मौके पर मौजूद एक अन्य शख्स को भी गोली लगने की खबर है.
यह घटना हलसी थाना क्षेत्र के मोहद्दीनगर गांव की है. जमीन विवाद के चलते बेटे ने पिता को मौत के घाट उतारा. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आरोपी की तलाश में जुटी है. बताया जा रहा है कि मोहद्दीनगर गांव निवासी दानी महतो का अपने ही बेटे मनीष कुमार के साथ जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. जिससे गुस्साए मनीष अपने एक साथी मिथलेश के साथ मिलकर पिता दानी महतों को गोली मार दी. जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद नाजुक स्थिति को देखते पटना रेफर कर दिया. लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. अन्य युवक सरजुग ठाकुर के जांघ में भी गोली लगी है, जिसका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है और वो खतरे से बाहर है.
जानकारी के मुताबिक हलसी थाना क्षेत्र के मोहद्दीनगर गांव निवासी दानी महतो का अपने ही बेटे मनीष कुमार के साथ जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। गंभीर रूप से घायल दानी महतो के दूसरे पुत्र संजीव कुमार उर्फ गुड्डू कुमार ने बताया कि शुक्रवार की दोपहर वे अपने पिता को मवेशी को चारा देने के लिए भेज रहे थे। खुद पीछे से सारा काम निबटाकर आने वाले थे। कुछ देर बाद उन्हें सूचना मिली की मध्य विद्यालय मोहद्दीनगर के पास उनके पिता को गोली मार दी गई है। पता चला कि उनके ही भाई यानी घायल के पुत्र मनीष कुमार व उसके साथी मिथिलेश कुमार ने इस घटना को अंजाम दिया है। संजीव कुमार का आरोप है कि पूर्व में भी मिथिलेश कुमार ने मामूली विवाद में उन्हें मारने के लिए पिस्टल निकाल लिया था। उन्होंने बताया कि जमीन को लेकर मनीष अपने पिता से अक्सर विवाद करता था।
उनके पिता जी का कहना था कि कमाकर खाओ, जब जमीन की जरूरत पड़ेगी तो वह भी देंगे। अब पता नहीं उनके भाई के मन में क्या चल रहा था और इस तरह की वारदात को अंजाम दे डाला। इधर बताया जा रहा है कि दानी महतो को गोली मारने के क्रम में पास में ही बैठे सरयुग ठाकुर को भी जांघ में गोली लग गई है। दोनों घायलों को पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हलसी में भर्ती कराया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत में सदर अस्पताल भेज दिया। वहीं दानी को पटना रेफर किया गया। पटना जाने के क्रम में रास्ते में उनकी मौत हो गई।