जम्मू-कश्मीर: आतंकी ठिकानों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई, अब तक छह घर ध्वस्त

कुपवाड़ा। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ अपना अभियान तेज कर दिया है। पुलवामा, शोपियां और कुलगाम के बाद अब कुपवाड़ा जिले में भी कार्रवाई हुई है, जहां लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी फारूक तीदवा का घर विस्फोट कर ध्वस्त कर दिया गया। अब तक कुल छह आतंकियों के घरों को नष्ट किया जा चुका है।
इससे पहले शोपियां जिले के चोटीपोरा क्षेत्र में सक्रिय लश्कर कमांडर शाहिद अहमद कुट्टे का घर भी सुरक्षाबलों द्वारा ढहा दिया गया। शाहिद पिछले तीन-चार वर्षों से कई राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्त था। वहीं, कुलगाम जिले के क्विमोह इलाके में आतंकी जाकिर गनी का घर भी शुक्रवार रात को गिरा दिया गया। जाकिर ने वर्ष 2023 में लश्कर में भर्ती ली थी।
पुलवामा में सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी एहसान उल हक का घर ध्वस्त किया, जो 2018 में पाकिस्तान से प्रशिक्षण लेकर घाटी में सक्रिय हुआ था। इसके अलावा, बिजबेहरा (त्राल, अनंतनाग) में एक आतंकी का घर बम से उड़ाया गया और दूसरे संदिग्ध का मकान बुलडोजर से ढहाया गया था।
संदिग्ध वस्तुएं मिलने पर कार्रवाई
गुरी गांव में सर्च ऑपरेशन के दौरान एक संदिग्ध आतंकी के घर में संदिग्ध वस्तुएं मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने सुरक्षा के लिहाज से घर को विस्फोटक से उड़ा दिया। बताया जा रहा है कि यह मकान पहलगाम हमले में शामिल आतंकी आदिल का था।
पहलगाम हमला: देश को झकझोरने वाली घटना
मंगलवार को पहलगाम के बायसरन घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाई, जिसमें 26 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। हमलावर सेना की वर्दी में आए थे और धर्म पूछकर निशाना बनाया। मृतकों में अधिकांश पर्यटक शामिल हैं, साथ ही दो विदेशी और दो स्थानीय नागरिक भी मारे गए।
टीआरएफ ने ली हमले की जिम्मेदारी
इस भयावह हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने ली है। हमले में 14 लोग घायल भी हुए हैं। श्रीअमरनाथ यात्रा से ठीक पहले हुए इस हमले को पुलवामा (2019) के बाद का सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है, जिसमें तब सीआरपीएफ के 47 जवान शहीद हुए थे।