पहली बार वोट डालने वाले मुस्लिम स्टूडेंट्स बोले- योगी आदित्यनाथ हमें टारगेट किए बिना एक चुनाव भी नहीं जीत सकते
UP Election: आजमगढ़ में 2017 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को 4, समाजवादी पार्टी को 5 और बीजेपी को केवल एक सीट पर जीत हासिल हुई थी।
लड़कियों का एक ग्रुप दोपहर 3 बजे की कक्षा से कुछ मिनट पहले आजमगढ़ में शिबली चौराहे के पास मिर्जा स्टडी सेंटर की पहली मंजिल पर एक छोटे से कमरे में जा रहा था। ये सभी 19वीं सदी के शिबली नेशनल कॉलेज के बीएससी द्वितीय वर्ष के छात्रा हैं और आजमगढ़ विधानसभा क्षेत्र में पहली बार मतदाता हैं, जो 7 मार्च को उत्तर प्रदेश चुनाव के अंतिम चरण में मतदान करेंगे।
ज्यादातर छात्रों के राय शिक्षा और विकास दो मुद्दों पर थे। 19 वर्षीय अरिशा जमाली (जो शिक्षक बनना चाहती हैं) ने कहा कि, “युवा शिक्षित होंगे तभी देश का भविष्य उज्जवल होगा। विकास तभी होगा जब शिक्षा सभी के लिए सस्ती हो।” अरिशा की दोस्त सानुबी इम्तियाज जो डॉक्टर बनने की उम्मीद रखती हैं, उन्होंने कहा कि, “सरकार को स्वास्थ्य सेवा पर ध्यान देना चाहिए। हम सभी ने देखा कि कोरोना के दौरान क्या हुआ था? हमारा स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र पूरी तरह से बेनकाब हो गया था। ये आम लोगों के जीवन को बचाने में विफल था।”
सानुबी ने कहा कि देश के लिए राजनीति में महिलाओं का होना जरूरी है। उन्होंने कहा, “सपा ने छात्रों के लिए बहुत कुछ किया है लेकिन मैं अखिलेश यादव की जातिगत राजनीति से असहमत हूं। भविष्य में अगर किसी महिला के नेतृत्व वाली पार्टी के साथ कोई बेहतर विकल्प सामने आता है तो मैं अपनी पसंद बदल दूंगी।”
सानुबी ने आगे कहा कि, “AIMIM और BJP के बीच अखिलेश राज्य के लिए एक अच्छे मध्य मैदान प्रतीत होते हैं। वह न तो पक्के मुसलमान हैं और न ही वे भाजपा की तरह हिंदुत्ववादी हैं। अगर वह सत्ता में आते हैं तो सभी का विकास सुनिश्चित करेंगे। सिर्फ इसलिए कि मैं मुस्लिम हूं, मैं सिर्फ मुसलमानों के लिए विकास के बारे में नहीं सोच सकती। विकास जाति और धर्म से परे सभी तक पहुंचना चाहिए।”
इस आधार पर सदफ सिद्दीकी कहती हैं कि भाजपा सरकार विफल हो गई है क्योंकि, “बीजेपी देश में धर्मनिरपेक्षता को समाप्त करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। वे केवल मुसलमानों के बारे में बात करते हैं। सीएम कहते हैं 10 मार्च के बाद देख लेंगे। फिर वह 80 बनाम 20 की बात करतें हैं। वह यह सब इसलिए कह रहे हैं क्योंकि मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाए बिना वो चुनाव नहीं जीत सकते।”
समाजवादी पार्टी को आजमगढ़ में 2017 के विधानसभा चुनाव में 10 में से 5 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि बीएसपी को 4 और बीजेपी को केवल एक सीट पर जीत हासिल हुई थी। 2012 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को 9 और बीएसपी को केवल एक सीट पर जीत हासिल हुई थी।
समाजवादी पार्टी ने इस बार 8 बार के विधायक दुर्गा प्रसाद यादव को आजमगढ़ सदर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है, जहां का हिस्सा शिबली कॉलेज भी है। कांग्रेस के प्रवीण कुमार सिंह और बीएसपी के सुशील कुमार सिंह पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी ने अखिलेश मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है जो 2017 में दुर्गा प्रसाद यादव से 26,262 वोटों से हार गए थे।