बिकरू कांड आरोपी खुशी दुबे पर उमड़ा प्यार,खुशी दुबे की मां को टिकट देगी सपा? इस सीट से दावेदारी
कानपुर बिकरू कांड की आरोपी खुशी दुबे को समाजवादी पार्टी का साथ मिल सकता है। खुशी दुबे की मां को समाजवादी पार्टी अपना उम्मीदवार बनाने पर विचार कर रही है। सपा नेता ने खुशी की मां से मुलाकात कर यूपी में सरकार बनने पर एक महीने के अंदर खुशी को रिहाई कराने का दावा भी किया है।
खुशी दुबे की शादी बीते 29 जून 2020 को अमर दुबे से हुई थी। शादी के महज तीन दिनों बाद 2 जुलाई 2020 की रात विकास दुबे के घर पर पुलिस टीम दबिश देने के लिए पहुंची थी। इसी दौरान विकास दुबे ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर 8 पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी थी। बिकरू कांड को अंजाम देने के बाद अमर दुबे फरार हो गया था। बीते 8 जुलाई को हमीरपुर के मौदाहा में एसटीएफ ने अमर दुबे को मुठभेड़ में मार गिराया था। पुलिस ने खुशी दूबे को भी बिकरू कांड में आरोपी बनाया था। पुलिस ने खुशी दुबे पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा था।सपा के प्रतिनिधि मंडल ने खुशी दुबे के परिवार से मुलाकात किया है। दावा किया जा रहा है कि अगर खुशी को अदालत से न्याय नहीं मिलेगा तो अखिलेश यादव न्याय देंगे। सपा सरकार बनते ही उसके सभी केस वापस ले लिये जायेंगे। समाजवादी पार्टी के भीतर तैयारी चल रही है कि अगर खुशी की मां चुनाव लड़ना चाहेंगी तो पार्टी फैसला करेगी।
खुशी की मां ने ऐलान कर दिया कि अगर अखिलेश यादव चाहेंगे, तो वह चुनाव लड़ेंगी।राज्य में चल रहे चुनाव के बीच सोमवार को एसपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मेजर आशीष चतुर्वेदी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल खुशी दुबे के घर पहुंचा और उन्होंने उनकी मां गायत्री दुबे से मुलाकात की. एसपी नेताओं ने कहा कि खुशी के निर्दोष होने के बावजूद जेल भेजा गया है. उन्होंने कहा कि अगर खुशी को कोर्ट से इंसाफ नहीं मिलेगा तो अखिलेश सरकार में उन्हें न्याय मिलेगा और राज्य में सरकार बनते ही खुशी के मामले वापस लिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि अगर खुशी की मां चुनाव लड़ना चाहती हैं तो पार्टी उस पर फैसला लेगी. खुशी दुबे की मां का चुनाव लड़ना एक नया समीकरण पैदा करेगा।विधानसभा चुनाव की टिकट को लेकर इस तरह से कोई खास बात नहीं हुई है। वो चुनाव लड़ना चाहेंगी या नहीं लड़ना चाहेंगी। यदि खुशी दुबे की मां चुनाव लड़ना चाहेंगी, तो उस पर पार्टी फैसला करेगी। जिस तरह से उन्नाव में कांग्रेस ने रेप पीड़िता की मां को टिकट दिया है। राजनीतिक दलों की एक अच्छी पहल है, जहां पर शासन द्वारा किसी व्यक्ति के साथ अन्याय हुआ है। इस स्थिति में न्याय की गुंजाईस बढ़ जाती है।