बैंकों की हड़ताल से रुके 19 हजार करोड़ के काम, पहले दिन ,आज हैं दूसरा दिन
निजीकरण के खिलाफ बैंक कर्मियों की दो दिवसीय हड़ताल में पहले दिन गुरुवार को शहर में दो हजार करोड़ से अधिक का कारोबार ठप रहा।
दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन 100 करोड़ से अधिक का लेनदेन ठप रहा। लगभग 20 से 25 करोड़ के चेक क्लीरियंस में फंस गए.बैंकिंग सेवाएं पूरी तरह से बाधित रहीं। बैंक कर्मियों ने शहर के देवा रोड स्थित क्षेत्रीय आर्यावर्त ग्रामीण बैंक के सामने प्रदर्शन किया
केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय कृत बैंकों के निजीकरण के लिए संसद में अध्यादेश लाने के खिलाफ बृहस्पतिवार को यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर जिले की सभी 16 बैंकों के लगभग 200 शाखाओं में कर्मचारी हड़ताल पर रहे
इसके अलावा उनका यह भी कहना है कि सरकारी बैंककर्मियों की इस हड़ताल के चलते गुरुवार को जमा, निकासी, चेक क्लियरेंस, लोन अप्रूवल जैसे काम प्रभावित हुए. आप सभी को बता दें कि बैंक कर्मचारियों के नौ यूनियनों ने मिलकर इस हड़ताल का आह्वान किया है। इस लिस्ट में सभी सरकारी बैंकों के कर्मचारी हिस्सा ले रहे हैं। बैंक कर्मियों की हड़ताल से शहर में पहले दिन दो हजार करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ है। हड़ताल के चलते 90 से अधिक सरकारी व निजी बैंकों के एटीएम खाली हो गए हैं.चार दिन काम बंद रहने से स्थिति और खराब होने की आशंका है। खास कर राउरकेला सरकारी अस्पताल एवं इस्पात जनरल अस्पताल जैसे बड़े अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले रोगियों को अधिक परेशानी हो रही है।