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युद्धकाल में ऐसे चढ़ा सोने का भाव, 53 हजार के पार, सोने की खरीद-बिक्री हो रही है कम
युद्धकाल में भले ही शेयर बाजार से अर्थव्यवस्थाआें तक में उतार-चढ़ाव आता रहा हो पर सोने के भाव चढ़ रहा है। सोना 53700 रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुुंच गया है।
युद्धकाल में भले ही शेयर बाजार से अर्थव्यवस्थाआें तक में उतार-चढ़ाव आता रहा हो पर सोने के भाव चढ़ रहा है। यूक्रेन में युद्ध के बाद शहर सराफा में सोना 53700 रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुुंच गया है। सोने की खरीद-बिक्री स्थानीय बाजार में भाव में उछाल से कम हो रही है।
युद्ध और प्राकृतिक आपदा के वक्त में भी लोग सोने में निवेश करते हैं। जब-जब दुनिया पर संकट आया सोने की कीमत और बढ़ती गई। मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के महामंत्री विजय आनंद अग्रवाल बताते हैं कि आपातकाल में तेल और सोने के भाव हर बार बढ़े हैं। विश्वस्तर पर करेंसी के स्थान पर गोल्ड एक्सचेंज में प्रयोग किया जाता है। युद्ध में यह बहुत ज्यादा अहम हो जाता है। भारत में 1971 के युद्ध से यूक्रेन युद्ध तक हर बार सोना महंगा हुआ है।