यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने NATO से लगाई नो-फ्लाई जोन घोषित करने की गुहार,पढ़ें अब तक के 10 बड़े अपडेट्स
लगभग तीन हफ्ते से युद्ध लड़ रहे यूक्रेन और रूस ने अब संकेत दिए हैं कि कुछ दिनों के भीतर युद्ध को लेकर सकारात्मक नतीजे सामने आ सकते हैं
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने सोमवार को नाटो से अपने देश पर नो-फ्लाई जोन लागू करने की गुहार लगाई है. जेलेंस्की ने आधी रात के तुरंत बाद जारी एक वीडियो संबोधन में कहा, यदि आप हमारे आकाश को बंद नहीं करते हैं, तो यह केवल कुछ समय की बात है, जब रूसी रॉकेट आपके क्षेत्र में, नाटो क्षेत्र पर गिरेंगे.उधर, यूक्रेन और रूस के बीच चौथे दौर की शांति वार्ता आज होने जा रही है. दोनों पक्षों की ओर से पिछले दौर में हुई बातचीत को सकारात्मक बताया गया है, ऐसे यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध (Russia-Ukraine War) अब 19वें दिन में प्रवेश कर चुका है. रूस ने रविवार नाटो सदस्य पोलैंड से सटे यूक्रेन की पश्चिम सीमा पर एक सैन्य प्रशिक्षण अड्डे पर मिसाइल दागी, जिसमें 35 लोगों की मौत हो गई. नाटो के सदस्य पोलैंड से लगे सीमा मार्ग से 25 किलोमीटर से भी कम दूरी पर स्थित इस विशाल सैन्य प्रशिक्षण क्षेत्र पर 30 से ज्यादा मिसाइल दागी गईं. लगभग तीन हफ्ते से युद्ध लड़ रहे यूक्रेन और रूस ने अब संकेत दिए हैं कि कुछ दिनों के भीतर युद्ध को लेकर सकारात्मक नतीजे सामने आ सकते हैं. इस युद्ध में रिपोर्टिंग कर रहे एक अमेरिकी पत्रकार की भी रूसी सेना के हमले में मौत हो गई है. वहीं, एक पत्रकार को गंभीर रूप से घायल होने के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया हैमें यह बातचीत महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
लगभग तीन हफ्ते से युद्ध लड़ रहे यूक्रेन और रूस ने संकेत दिए हैं कि कुछ दिनों के भीतर युद्ध को लेकर सकारात्मक नतीजे सामने आ सकते हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि यूक्रेन ने दावा किया है कि वह बातचीत करने के लिए तैयार है, लेकिन आत्मसमर्पण या किसी अल्टीमेटम को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है. यूक्रेन के पक्षकार और राष्ट्रपति जेलेंस्की के सलाहकार माइखाइलो पोडोलियाक ने रविवार को यह साफ किया है कि सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मॉस्को से बातचीत होगी.
रूस ने नाटो सदस्य पोलैंड से सटे यूक्रेन की पश्चिम सीमा पर एक सैन्य प्रशिक्षण अड्डे पर मिसाइल दागी, जिसमें 35 लोगों की मौत हो गई. यूक्रेन के अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. नाटो के सदस्य पोलैंड से लगे सीमा मार्ग से 25 किलोमीटर से भी कम दूरी पर स्थित इस विशाल सैन्य प्रशिक्षण क्षेत्र पर 30 से ज्यादा मिसाइल दागी गईं.
पोलैंड नाटो का सदस्य देश है और यूक्रेन को पश्चिमी देशों की अधिकतर सैन्य मदद इसी रास्ते जा रही है. रूस ने शनिवार को ही चेतावनी दी थी कि यूक्रेन भेजी जाने वाली सैन्य मदद उसके निशाने पर रहेगी. रूसी विमानों ने पश्चिमी शहर इवानो फ्रेंकिव्स्क के हवाई अड्डे पर बम बरसाए. यह शहर स्लोवाकिया व हंगरी की सीमा से 250 किमी दूर है. इसका इस्तेमाल सैन्य व नागरिक उड़ानों के लिए होता है.
यूक्रेन के चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र में बिजली की आपूर्ति बहाल कर दी गई है. रूस की सेना ने इस पर कब्जा कर लिया है. कीव के अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी है.
रूस की पुलिस ने रविवार को 800 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है. यह सभी लोग यूक्रेन में मॉस्को के “सैन्य अभियान” का विरोध कर रहे थे. पुलिस ने रूस के 37 शहरों में प्रदर्शनों के दौरान 817 लोगों को हिरासत में लिया.
मध्य बर्लिन में 30,000 से अधिक पुरुष, महिलाएं और बच्चे रविवार को युद्ध-विरोधी प्रदर्शन में शामिल हुए, जिसमें कई लोग यूक्रेन के झंडे को लहरा रहे थे. वहीं कई रूसी आक्रमण का विरोध करने वाले नारे लगा रहे थे और बैनर लहरा रहे थे.
यूक्रेन के शहर मारियुपोल की सिटी काउंसिल ने दावा किया है कि रूसी हवाई हमलों में उसके 2 हजार 187 निवासी मारे गए हैं. नगर परिषद ने बताया है कि बीते 24 घंटों में इस शांतिपूर्ण शहर में कम से कम 22 बम विस्फोट हुए हैं.
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, अब तक 27 लाख से ज्यादा लोग यूक्रेन से भाग चुके हैं. इनमें से 10 लाख से ज्यादा पड़ोसी देश पोलैंड पहुंचे हैं.