श्टानइमायर दूसरी बार फिर बनेगे जर्मनी के राष्ट्रपति
जर्मन राष्ट्रपति फ्रांक वाल्टर श्टाइनमायर के लिए दूसरा कार्यकाल लगभग तय हो गया है. सत्ताधारी गठबंधन की तीनों पार्टियों के बाद अब विपक्षी दल सीडीयू और उसकी सहयोगी पार्टी सीएसयू ने भी उनका समर्थन करने की घोषणा की है।
अब सीडीयू और सीएसयू के समर्थन के बाद चुनाव महज औपचारिकता ही रह जाएगी. सोशल डेमोक्रैटिक पार्टी यानी एसपीडी में लंबे समय से रहे फ्रांक वाल्टर श्टाइनमायर का पिछला कार्यकाल शांतिपूर्ण रहा है और कोरोना की मुश्किलों के साथ ही देश में सरकार बदलने के बावजूद उन पर राजनीतिक दलों का भरोसा कायम है. जर्मनी में राष्ट्रपति के दस्तखत के बाद ही कोई बिल कानून बनता है और यह देश का सर्वोच्च पद है. हालांकि इसके बावजूद मोटे तौर पर यह पद औपचारिक ही है. देश का कामकाज प्रमुख रूप से संसद और चांसलर के हाथ में ही है. श्टाइनमायर ने 1990 के दशक में राजनीति में कदम रखा. जर्मन राष्ट्रपति फ्रांक वाल्टर श्टाइनमायर के लिए दूसरा कार्यकाल लगभग तय हो गया है. सत्ताधारी गठबंधन की तीनों पार्टियों के बाद अब विपक्षी दल सीडीयू और उसकी सहयोगी पार्टी सीएसयू ने भी उनका समर्थन करने करने की घोषणा कर दी
उनका कहना है कि मौजूदा वक्त में कोरोना संकट के बीच देश बंटा हुआ है ऐसे में अच्छा होगा कि कोई ऐसा शख्स देश का नेता हो जिस पर हर धड़े के लोग भरोसा कर सकें और जो देश को जोड़ सके. सीडीयू और सीएसयू के कुछ नेता पहले किसी महिला उम्मीदवार को राष्ट्रपति बनाने के पक्ष में थे. हालांकि अब पार्टी का इरादा बदल गया है. जर्मनी में अब तक कोई महिला राष्ट्रपति नहीं बनी है. वह पिछली सरकारों में जर्मनी के विदेशमंत्री और वाइस चांसलर रहे हैं. इसी साल 13 फरवरी को राष्ट्रपति के चुनाव के लिए सांसदों का सम्मेलन होगा. हर पांच साल पर यह सम्मेलन बुलाया जाता है जिसमें संसद के निचले सदन बुंडेसडाग और उतनी ही संख्या में सभी 16 राज्यों के विधानसभाओं के चुने हुए प्रतिनिधि हिस्सा लेते हैं. इनकी कुल संख्या 1,472 है।