संभल: विवादित बयान के मामले में सीओ अनुज चौधरी को राहत, जांच में नहीं मिला कोई दोष

संभल।
स्थानीय पीस कमेटी बैठक के दौरान दिए गए एक कथित विवादास्पद बयान को लेकर चर्चा में आए क्षेत्राधिकारी (सीओ) अनुज चौधरी को जांच के बाद क्लीन चिट दे दी गई है। इस बयान को लेकर पूर्व आईपीएस अधिकारी और आजाद अधिकार सेना के अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने सेवा नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया था।
जांच की जिम्मेदारी संभल के अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) श्रीशचंद्र को सौंपी गई थी। एएसपी ने जांच के दौरान बैठक में मौजूद लोगों के बयान दर्ज किए और तथ्यों का विश्लेषण किया। रिपोर्ट में किसी प्रकार की सेवा नियमावली के उल्लंघन की पुष्टि नहीं हुई, जिस पर कार्रवाई को असंवैधानिक करार देने के आरोप खारिज कर दिए गए।
प्रशासन ने दी रिपोर्ट
जांच पूरी होने के बाद एसपी (लॉ एंड ऑर्डर) मनोज कुमार अवस्थी ने इस निष्कर्ष की जानकारी आईजी को भेजी, जिसमें बताया गया कि सीओ के बयान में कोई अनुचित तत्व नहीं पाया गया। सीओ का कहना है कि उनकी मंशा समुदायों के बीच सौहार्द बनाए रखने की थी और उनकी किसी बात का उद्देश्य किसी धर्म विशेष को आहत करना नहीं था।
क्या था मामला
सीओ अनुज चौधरी का एक कथन 6 मार्च को संभल कोतवाली में हुई बैठक में सामने आया था, जिसमें उन्होंने होली और जुमे की नमाज को लेकर कुछ सुझाव दिए थे। इसके बाद 28 मार्च को ईद से पूर्व एक और बैठक में उनका एक दूसरा बयान भी चर्चाओं में रहा। दोनों ही टिप्पणियों को लेकर सामाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रिया सामने आई थी।
हालांकि, सीओ चौधरी ने जांच में स्पष्ट किया कि उन्होंने किसी भी धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का कोई प्रयास नहीं किया। कुछ व्यक्तियों द्वारा उनके बयान को संदर्भ से हटाकर प्रस्तुत किया गया, जिससे अनावश्यक विवाद खड़ा हुआ।
स्थानीय लोगों ने किया समर्थन
जांच के दौरान बयान दर्ज कराने वाले कुछ स्थानीय प्रतिनिधियों, जैसे जनता कल्याण समिति के अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा और असमोली क्षेत्र के यासीन ने भी स्पष्ट किया कि सीओ की बातों को गलत तरीके से समझा गया। उन्होंने कहा कि सीओ का रवैया हमेशा समन्वयपूर्ण रहा है।