सरकारी नौकरी के नाम पर भाजपा नेता ने लिए पैसे, पार्टी ने गुजरात भाजपा के पदाधिकारी को छह साल के लिए किया निलंबित
गुजरात बीजेपी के आदिवासी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष और गुजरात स्टेट ट्रान्सपोर्ट के डायरेक्टर जशुभाई भील ने किसी शख्स से सरकारी नौकरी देने के नाम पर 40 हजार रुपये लिए. लेकिन युवक को नौकरी नहीं मिली. इसका वीडियो वायरल हो गया |
गुजरात में भाजपा के एक पदाधिकारी को उस वीडियो के वायरल होने के बाद पार्टी से छह साल के लिए निलंबित कर दिया गया, जिसमें एक व्यक्ति उससे राज्य परिवहन निगम में कंडक्टर की नौकरी दिलाने के एवज में कथित तौर पर दिए गए पैसों के बारे में पूछ रहा है।
अधिकारियों के मुताबिक, निलंबित पदाधिकारी की पहचान जशुभाई भील के रूप में हुई है, जो गुजरात भाजपा के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के उपाध्यक्ष हैं।गुजरात में कुछ समय पहले एक वीडियो वायरल हुआ था, ये वीडियो था भाजपा नेता का. दरअसल भाजपा नेता जशुभाई भील ने सरकारी विभाग में नौकरी देने का लालच देकर लोगों से पैसे इकट्ठे किए. किसी ने इसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया. इसके सामने आने के बाद पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए सस्पेन्ड कर दिया है.भील ने रविवार को नौकरी दिलाने के नाम पर कोई भी धनराशि लेने से इनकार किया और कहा कि वीडियो को उन्हें बदनाम करने की साजिश के तहत रिकॉर्ड किया गया था।
भील छोटा उदयपुर जिले के मशहूर आदिवासी नेता हैं। वह भाजपा की छोटा उदयपुर जिला इकाई का नेतृत्व कर चुके हैं।मामला साल 2018 का है. जसुभाई भील ने किसी को गुजरात के स्टेट ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट में नौकरी देने के नाम पर 40 हजार रुपये लिए. आरोप है कि उन्होंने कहा कि तुम्हारा नंबर मैरिट में लग जाएगा. लेकिन अभी तक नौकरी नहीं मिली. इसके बाद उस शख्स ने जसुभाई से पैसे लौटाने के लिए कहा. लेकिन जसुभाई भील ने पैसे वापस देने से इनकार कर दिया.
गुजरात भाजपा ने एक बयान जारी कर कहा, ‘प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल के आदेश के अनुसार जशुभाई भील के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है और उन्हें तत्काल प्रभाव से पार्टी से छह साल के लिए निलंबित किया जा रहा है।’
वायरल वीडियो में एक शख्स भील से उस नौकरी की स्थिति के बारे में सवाल करता दिख रहा है, जिसके लिए उसने भील को ब्याज पर उधार लेकर पैसे दिए थे।ऐसा लगता है कि वीडियो को कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान मोबाइल पर रिकॉर्ड किया गया था, क्योंकि भील इसमें कथित तौर पर यह कहते नजर आ रहे हैं कि लॉकडाउन के कारण दफ्तर बंद हैं और उसे दफ्तर खुलने पर आना चाहिए। जिसमें एक व्यक्ति उससे राज्य परिवहन निगम में कंडक्टर की नौकरी दिलाने के एवज में कथित तौर पर दिए गए पैसों के बारे में पूछ रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, निलंबित पदाधिकारी की पहचान जशुभाई भील के रूप में हुई है, जो गुजरात भाजपा के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के उपाध्यक्ष हैं।
वीडियों में संबंधित शख्स कथित तौर पर कह रहा है कि भुगतान करने के दो साल बाद भी उसे नियुक्ति नहीं दी गई है और वह जानना चाहता है कि उसे अपना पैसा कब वापस मिलेगा।