लखीमपुर खीरी में चल रहा है दोषियों को छुड़वाने का खेल, 21 मार्च को होगा सभी जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन
किसान नेता और स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा है कि लखीमपुर खीरी मामले को लेकर 21 मार्च को सभी जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन होगा। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि राजनीतिक पार्टियां किसान आंदोलन पर कब्जा कर लें।
किसान नेता और स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा है कि लखीमपुर खीरी मामले को लेकर 21 मार्च को सभी जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन होगा। उन्होंने कहा कि मामले में पीड़ितों को सजा दिलवाने और दोषियों को छुड़वाने वाले खेल के खिलाफ प्रदर्शन होगा। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि राजनीतिक पार्टियां किसान आंदोलन पर कब्जा कर लें। हमने प्रधानमंत्री के मुंह से छुट्टे जानवर की बात निकलवा दी थी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने पहली बार बार बैठक की। इसी दौरान योगेंद्र यादव ने यह बात कही।
बैठक के दौरान किसानों में मतभेद साफ नजर आया। बैठक अलग-अलग जगहों पर गुटों ने की। इसे लेकर सवाल पर योगेंद्र यादव ने कहा कि वे समझते हैं इन सब चीजों से ही संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) संयुक्त हुआ है। किसान आंदोलन इंद्रधनुष की तरह है। एसकेएम की बड़ी उपलब्धी यह है कि इसने सबको इकट्ठा कर लिया था। चुनाव से पहले हमारे कुछ दोस्तों ने पार्टी बनाकर पंजाब में जाने की कोशिश की थी। एसकेएम ने उसी दिन कह दिया था कि इस पार्टी से उसका कोई लेना देना नहीं है।
योगेंद्र ने यह भी कहा कि आप चुनाव में जाकर गलत काम कर रहे हैं और जबतक हम समीक्षा नहीं कर लेते आप एसकेएम के हिस्सा नहीं रह सकते। अभी इसका समय नहीं आया। साथियों को चुनाव का अनुभव मिल गया है। हमने उनके साथ पहले भी स्टेज शेयर नहीं किया था और आज भी नहीं किया। उम्मीद है मोर्चे ने जो कॉल दिया है उसके पीछे वो भी लग जाएंगे।
एमएसपी 11 से 17 अप्रैल के बीच मनाएंगे सप्ताह
पूरे देश में एमएसपी की लीगल गारंटी की मांग याद दिलाने के लिए 11 से 17 अप्रैल के बीच एमएसपी सप्ताह माना जाएगा। 28 और 29 मार्च को ट्रेड यूनियन द्वारा बुलाए गए भारत बंद को समर्थन दिया जाएगा। ग्रामीण भारत में बंद का आयोजन करेंगे। भाजपा की जीत पर उन्होंने कहा कि एसकेएम ने आधिकारिक तौर पर फैसला किया था कि हम उत्तर प्रदेश में जगह जगह पर जाकर लोगों को अपील करेंगे कि आप सजा दें। किसानों के 57 संगठनों ने ऐसा किया। इसका असर हुआ, लेकिन निर्णयाक असर नहीं हुआ। यूपी में हम ग्राउंड्समैन थे हमने पिच तैयार की। गेंदबाज के लिए पिच पर हैवी रोलर चलाया, लेकिन बॉलिंग तो दूसरों को करनी थी।
प्रधानमंत्री के मुंह से निकलवा दी छुट्टे जानवर की बात
योगेंद्र यादव ने कहा कि वे चाहते हैं कि किसान आंदोलन पर देश की पार्टियां कब्जा करें। हमने प्रधानमंत्री के मुंह से छुट्टे जानवर की बात निकलवा दी। उन्होंने कहा कि बैठक में तीन बड़े फैसले हुए। हमें केस वापस और मुआवजा देने के सरकार ने आश्वासन दिए थे उसमें अभी भी विश्वाघात अभी भी जारी है। लखीमपुर खीरी मामले में पीड़ितों को सजा दिलवाने और दोषियों को छुड़वाने का जो खेल चल रहा है। उसके खिलाफ पूरे देश में 21 मार्च को प्रदर्शन होगा।