परीक्षितगढ़ गणपति अथर्वशीर्ष के पाठ से किया करवाचौथ का पूजन
परीक्षितगढ़ नगर के अखिल विद्या समिति के अंतर्राष्ट्रीय नारी परिषद के तत्वाधान में पहली बार संगीतमय करवाचौथ का सामूहिक पूजन किया गया जिसमें अथर्ववेद के गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ से पूजन किया गया कथा वाचक योगेश नन्दनी ने करवाचौथ व्रत की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि
परीक्षितगढ़ नगर के अखिल विद्या समिति के अंतर्राष्ट्रीय नारी परिषद के तत्वाधान में पहली बार संगीतमय करवाचौथ का सामूहिक पूजन किया गया जिसमें अथर्ववेद के गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ से पूजन किया गया कथा वाचक योगेश नन्दनी ने करवाचौथ व्रत की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि साथ भाइयों की बहन बहुत प्यारी थी जिसका विवाह के बाद पहला व्रत था चंद्रमा उदय नही हुआ तो भाइयों को बहन की चिंता हुई तो उन्होंने व्रक्ष पर दीप प्रज्वलित करके छत पर बहन को लेजाकर बताया कि चंद्र उदय हो गया बहन ने जल दे दिया और भाइयों के साथ भोजन करने लगी जिसके प्रभाव से उसके पति की मृत्यु हो गई तब उसने महिलाओं के कहने पर चौथ माता का व्रत किया माता ने उसके पति को जीवन दान दिया तभी से करवा माता की सुहागिन महिलाएं यह व्रत करती है यह मान्यता है कि इस व्रत के करने से पति को दीर्धायु मिलती है वही गणपति अथर्वशीर्ष के पाठ से व्यक्ति को गणपति की कृपा प्राप्त होती है करवाचौथ से दिपावली तक गणेश लक्ष्मी पूजा का भी विधान किया जाता है कार्यक्रम में महिलाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये और चंद्रदर्शन किया इस अवसर पर मोहिनी वर्मा, रिंकू सिंह, उर्मिला रुहेला, राजेश चौधरी, ऋतु गौतम, स्वाति चौधरी, कात्यायनी ,मुस्कान, अंजू त्यागी, मंजू त्यागी, सीमा सैनी आदि उपस्थित रही।