टेक्नोलॉजी

इस डिवाइस को लगाते ही इलेक्ट्रिक साइकिल में बदल जाएगी आपकी साइकिल, जानिए डिटेल

अपने ट्वीट में महिंद्रा ने लिखा कि ये जरूरी नहीं है कि यह बिजनेस के रूप में सफल होगा या प्रॉफिट देगा। लेकिन इस डिवाइस पर इन्वेस्ट करना मेरे लिए गर्व की बात होगी। इस डिवाइस को बनाने वाले गुरसौरभ से आनंद महिंद्रा मिलना चाहते हैं।

महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी के मालिक आनंद महिद्रा सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं, जिसको लेकर उनकी एक अलग ही फॉलोइंग है। आनंद महिंद्रा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें गुरसौरभ नाम के व्यक्ति एक नॉर्मल साइकिल को इलेक्ट्रिक साइकिल में बदलते हुए नजर आ रहे हैं। इस वीडियों के माध्यम से गुरसौरभ ने जुगाड़ इलेक्ट्रिक साइकिल के स्पेसिफिकेशन्स के बारे में बताया है। इस वीडियो को शेयर करते हुए आनंद महिंद्रा ने काफी तारीफ की और वीडियो में मौजूद शख्स से मिलने की इच्छा जाहिर की।भारतीय बाजारों में इलेक्ट्रिक वाहनों को बनाने का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है। कंपनियां एक के बाद एक इलेक्ट्रिक वाहनों को नए फीचर्स और स्‍टाइलिश लुक के साथ लॉन्‍च कर रही है। इसी बीच में एक खबर ऐसी सामने आई है,
जो आपका दिल खुश कर देगी। भारत के एक व्‍यक्ति ने ऐसी डिवाइस तैयार की है, जिससे आपके पुरानी या नई साइकिल को कुछ घंटों में ही इलेक्ट्रिक बाइक में बदल दिया जाएगा। इसे लेकर आनंद महिंद्रा ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है।वीडियो को शेयर करते हुए अपने ट्वीट की एक सीरीज में आनंद महिंद्रा ने कहा कि ये पिछले कुछ दिनों से सिग्नल के चक्कर लगा रहा है। ये दुनिया की कोई पहली डिवाइस नहीं है, जो साइकिल में मोटर फीट करती हो। लेकिन इसमें कुछ खास है, जो औरों से अलग बनाती है। 1- बेहतरी डिजाइन-कॉम्पैक्ट 2- कीचड़ में चलना 3- ऊबड़-खाबड़ वाली सड़कों पर सनसनाते चलना 4- बेहद सुरक्षित 5- फोन चार्जिंग पोर्ट। मैं जिस चीज की सबसे ज्यादा सराहना करता हूं,
वह है उन मेहनतकश लोगों के लिए उनकी सहानुभूति और जुनून जिनके लिए विनम्र चक्र अभी भी परिवहन का प्राथमिक साधन है। यह सभी वाहन निर्माताओं के लिए एक अच्छा अनुस्मारक है , जो खासतौर पर ईवी पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।DVECK सिस्‍टम एक साइकिल को 25 किमी / घंटा की क्षमता वाले इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर में बदलने की अनुमति देती है। आनंद महिंद्रा ने इसके बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह कॉम्पैक्ट और कुशल डिजाइन देता है। यह ऊबड़-खाबड़ – कीचड़ में काम करना पसंद करता है। इससे यह आरामदायक और सुरक्षित यात्रा की अनुमति देता है। इसके अलावा यह फोन चार्जिंग की भी अनुमति देता है। परिवर्तित इलेक्ट्रिक साइकिल की रेंज 40 किलोमीटर और पेलोड क्षमता 170 किलोग्राम है।
उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने गुरसौरभ सिंह द्वारा बनाए गए इस डिवाइस इलेक्ट्रिक रुपांतरण किट (DVECK) को लेकर रुचि दिखाई है। उन्‍होंने इसके बारे में लिखते हुआ कि यह पिछले कई दिनों से वायरल हो रहा है। यह साइकिल को मोटरसाइकिल में कनवर्ट करने वाला दुनियां का पहला डिजाइन नहीं है, लेकिन डिजाइन काफी अच्‍छी है।

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