एंबीशन इंटरनेशनल स्कूल बहसूमा का रिजल्ट रहा सौ प्रतिशत
बहसूमा।शुक्रवार को सीoबीoएसoईo द्वारा इंटरमीडिएट का परिणाम घोषित किया गया है और सच ही कहा है कि सही कोशिश कभी बेकार नहीं होती और मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती। आज उपरोक्त पंक्तियों को साक्षात सच कर दिखाया है।
बहसूमा।शुक्रवार को सीoबीoएसoईo द्वारा इंटरमीडिएट का परिणाम घोषित किया गया है और सच ही कहा है कि सही कोशिश कभी बेकार नहीं होती और मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती। आज उपरोक्त पंक्तियों को साक्षात सच कर दिखाया है। सीoबीoएसoईo द्वारा कक्षा 12 के परिणाम में एंबीशन इंटरनेशनल स्कूल बहसूमा के बच्चों ने पिछले कीर्तिमानो को स्थापित रखते हुए क्षेत्र को इस बार कक्षा 12 के छात्र छात्राओं ने 100% परिणाम दिया है, जिसमें कनिष्क मलिक ने 85 % अंक प्राप्त कर कॉलेज में प्रथम स्थान प्राप्त किया। द्वितीय स्थान पर रहे हर्षित त्यागी 84% अंक प्राप्त किया जबकि विशववारा ने 83% अंक प्राप्त कर तृतीय स्थान प्राप्त किया। परिणाम की घोषणा करते हुए कॉलेज के प्रबंधक शांति स्वरूप तोमर ने बताया कि देहात के विषम परिस्थितियों में विद्यालय के छात्र छात्राओं व अध्यापकों अध्यापको की अथक परिश्रम ने फिर साबित कर दिखाया कि एंबीशन इंटरनेशनल स्कूल बहसूमा का परिणाम पूर्ण वर्ष की भांति देहात के अन्य स्कूल से इस वर्ष भी श्रेष्ठ ही नहीं बल्कि शहर के प्रतिष्ठित विद्यालयों के समकक्ष है। हाईस्कूल का परिणाम भी शुक्रवार को ही घोषित किया गया है। कक्षा दसवी के परिणाम में छात्र छात्राओं ने 100% परिणाम दिया है, जिसमें अनिरुद्ध त्यागी ने 95 % अंक प्राप्त कर कॉलेज में प्रथम स्थान प्राप्त किया, द्वितीय स्थान पर रहे आर्यनबंसल 92.66 % अंक प्राप्त किया,लकी ने 92% अंक प्राप्त कर तृतीय स्थान प्राप्त किया जबकि पार्थ शर्मा 91 % अंक प्राप्त कर चोथे स्थान पर रही।
इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधक शांति स्वरूप तोमर ने प्रधानाचार्य व अध्यापकों को बधाई देते हुए सभी को मिठाई का वितरण करा कर आशीर्वाद देते हुए सभी छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की। प्रधानाचार्य मुनेश राठी ने बताया कि प्रतिशत के आधार पर विद्यालय का परीक्षा फल 100% रहा है। इस अवसर पर प्रधानाचार्य ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे भी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। यदि ग्रामीण क्षेत्र में छात्र-छात्राओं को ग्रामीण क्षेत्र में ही एंबीशन इंटरनेशनल स्कूल बहसूमा जैसा शिक्षण संस्था का मार्गदर्शन मिले तो सफलता विद्यार्थियों के कदम चूमेगी।