जनिये देश की पहली यूनिवर्सिटी BHU की अहमियत, BHU ने की थी हिन्दू स्टडीज में मास्टर्स डिग्री के नये कोर्स की शुरुआत
देश की पहली यूनिवर्सिटी BHU ने हिन्दू स्टडीज में मास्टर्स डिग्री के नये कोर्स की शुरुआत की थी। ये कोर्स इसलिए अहम है क्योंकि देश में किसी भी यूनिवर्सिटी में ये अपनी तरह का पहला कोर्स है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत बीएचयू ने इस पाठ्यक्रम को बनाया है।
बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी (BHU) देश की पहली ऐसी यूनिवर्सिटी बन गई है जहां हिंदू स्टडीज की पढ़ाई शुरू हुई है। देश की पहली यूनिवर्सिटी BHU ने हिन्दू स्टडीज में मास्टर्स डिग्री के नये कोर्स की शुरुआत की है। ये कोर्स इसलिए अहम है क्योंकि देश में किसी भी यूनिवर्सिटी में ये अपनी तरह का पहला कोर्स है। बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी यानी बीएचयू में अब आप हिन्दू स्टडीज में एमए कर सकते हैं।राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत बीएचयू ने इस पाठ्यक्रम को बनाया है।
इस पाठ्यक्रम की पढ़ाई बीएचयू के भारत अध्ययन केंद्र के आर्ट्स विभाग में होगी। दर्शन शास्त्र, धर्म विभाग, संस्कृत विभाग और प्राचीन भारतीय विभाग के सहयोग से ये पाठ्यक्रम तैयार किया गया है।
छात्र-छात्राओं को विश्वविद्यालय के नए कोर्स में हिन्दू धर्म के धार्मिक पुस्तकों के अलावा व्रत, त्योहार, मान्यताएं और भी बहुत कुछ दो सालों में पढ़ाया जाएगा। कोरोना के बाद जब हालात सामान्य होंगे तो स्मार्ट क्लास में इसकी पढाई होगी। इस स्मार्ट क्लास में एलईडी स्क्रीन के अलावा आरामदायक चेयर,वाई फाई और भी कई सुविधाएं होंगी।
हिन्दू धर्म के सभी पहलुओं से ये पाठ्यक्रम छात्रों को अवगत कराएगा। एक विदेशी छात्र समेत कुल 45 छात्रों ने एमए हिन्दू स्टडीज के पहले बैच में दाखिला लिया। ये पाठ्यक्रम इसलिए खास है क्योंकि अभी तक कई यूनिवर्सिटीज में ईसाई धर्म, इस्लाम धर्म की पढ़ाई तो हो रही है। लेकिन हिन्दू धर्म को लेकर मास्टर्स के स्तर पर कोई पाठ्यक्रम नहीं था। हालांकि हिमाचल यूनिवर्सिटी में हिन्दू धर्म को लेकर डिप्लोमा कोर्स चल रहा है। साथ ही नालंदा यूनिवर्सिटी में भी इसी तरह का पाठ्यक्रम चल रहा है।