डी.पी.एम. इंस्टीट्यूट आफ एजुकेशन, बहसूमा में शिक्षक दिवस मनाया
बहसूमा। डी.पी.एम. इंस्टीट्यूट आफ एजुकेशन, बहसूमा में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास मेरठ प्रान्त द्वारा डी.पी.एम. इंस्टीट्यूट आफ एजुकेशन, बहसूमा में शिक्षक दिवस मनाया गया। जिसमें न्यास के प्रांत अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. हरेन्द्र सिंह तथा न्यास की महिला कार्य की प्रान्त सहसंयोजक सोनम उपस्थिति रही।
बहसूमा। डी.पी.एम. इंस्टीट्यूट आफ एजुकेशन, बहसूमा में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास मेरठ प्रान्त द्वारा डी.पी.एम. इंस्टीट्यूट आफ एजुकेशन, बहसूमा में शिक्षक दिवस मनाया गया। जिसमें न्यास के प्रांत अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. हरेन्द्र सिंह तथा न्यास की महिला कार्य की प्रान्त सहसंयोजक सोनम उपस्थिति रही। मुख्य वक्ता के रूप में प्रसिद्ध समाजसेवी प्रबन्धक जगदीश त्यागी ने शिक्षकों के कर्तव्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षक को अपना शिक्षण कार्य पूर्ण निष्ठा के साथ निभाना चाहिए। उन्होंने शिक्षण में शिक्षक की गुणवत्ता का विस्तार से उल्लेख करते हुए सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देकर डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी का स्मरण किया। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रान्त अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. हरेन्द्र सिंह ने शिक्षकों को उनका कर्तव्य बोध का स्मरण कराते हुए कहा कि शिक्षकों का कर्तव्य है कि वह आज छात्रों को अपनी प्राचीन संस्कृति में निहित ज्ञान से अवगत कराते हुए उनमें स्व के आत्मबोध जागृत कर अपने प्राचीन ज्ञान का पुनर्स्थापना करें। न्यास की महिला कार्य की प्रान्त सहसंयोजक सोनम ने महिला शिक्षकों महिला शिक्षकों को स्मरण कराया कि आज की महिलाओं को अपने बालकों में अपने प्राचीन संस्कारों को जागृत करने की अति आवश्यकता है। बच्चे की प्राथमिक शिक्षिका उसकी मां होती है, अतः एक शिक्षिका के रूप में उसे अपने बच्चों में भारतीय संस्कृति के सनातन संस्कारों का समावेश करना होगा कार्यक्रम में शिक्षक कुलदीप, पंकज, और मोनपाल का विशेष योगदान रहा। छात्र-छात्राओं रितिका जैनर, अर्जुन भाटी, ललित नागर अक्षित, आकाश,सत्यम, अवनी,प्राची चौधरी आदि ने कार्यक्रम में सहयोग किया।