दिल्ली में नीट-पीजी काउंसलिंग को लेकर डॉक्टरों का प्रदर्शन हुआ उग्र, 7 पुलिस वाले घायल,आज से स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह बंद करने की धमकी
आईटीओ स्थित शहीद पार्क के पास हजारों की तादाद में जुटे डॉक्टरों को जब पुलिस ने रोका तो वे सड़क पर ही बैठ गए। इसके चलते दिल्ली गेट से आईटीओ की ओर आने-जाने वाला मार्ग पूरी तरह से जाम में तब्दील हो गया।राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कल हुई डाक्टरों और दिल्ली पुलिस की झडप का मामला काफी गरमाया हुआ है। दिल्ली पुलिस के कू्र रवैये के खिलाफ डॉक्टर हड़ताल पर है। डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही है।

रेजिडेंट डॉक्टरों ने दिल्ली में स्वास्थ्य सुविधाओं का पूरी तरह से ठप करने का एलान किया है. सभी अस्पतालों में ओपडी में ताला लगाया जाएगा. जूनियर डॉक्टर इमरजेंसी में भी ड्यूटी नहीं देंगे. दरअसल नीट पीजी (NEET PG) काउंसलिग जल्द कराने की मांग को लेकर दिल्ली में पिछले 11 दिनों से डॉक्टरों की हड़ताल जारी है. काउंसलिग का मामला सुप्रीम कोर्ट में है. लिहाजा डॉक्टरों ने कल सुप्रीम कोर्ट का घेराव करने के लिए पैदल मार्च निकाला. लेकिन पुलिस ने प्रदर्शन शुरु होते ही डॉक्टरों को रोक लिया. इस दौरान पुलिस के साथ डॉक्टरों की हाथापाई भी हुई. साथ ही कहा कि छह से आठ घंटे तक प्रदर्शनकारियों ने आईटीओ रोड को जाम कर दिया. उनसे बार-बार अनुरोध किया गया कि वो वहां से हट जाएं, लेकिन उन्होंने इसे अनसुना कर दिया. फोर्डा की ओर से जारी बयान के अनुसार मेडिकल पेशे के लोगों के इतिहास में ये काला दिन है.दअरसल जब प्रदर्शनकारी सुप्रीम कोर्ट की ओर जाने लगे तो दिल्ली पुलिस ने आईटीओ के पास उन्हें रोका। दिल्ली में पिछले 11 दिनों की जारी डॉक्टरों की हड़ताल में नया पेंच आ गया है. कल प्रदर्शन के दौरान डॉक्टरों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया था.
जिसके बाद डॉक्टरों ने सरोजनी नगर थाने का घेराव किया, तो पुलिस ने डॉक्टरों पर मुकदमा दर्ज कर लिया. कुल मिलाकर दिल्ली में डॉक्टरों और पुलिस के बीच घमासान शुरू हो गया है. डॉक्टर माफी की मांग कर रहे हैं वहीं पुलिस का कहना है कि डॉक्टरों के साथ मारपीट नहीं हुई है. अब डॉक्टरों ने आज सुबह 8 बजे दिल्ली में स्वास्थ्य सुविधाओं को पूरी तरह ठप करने का एलान कर दिया है. ऐसे में सवाल ये कि दिल्ली में डॉक्टर नाराज तो कौन करेगा इलाज। इसके बाद कई रेजिडेंट को हिरासत में लिया गया, जिसमें फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) के अध्यक्ष डॉ. मनीष भी शामिल हैं। दिल्ली पुलिस के मुताबिक प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने में 7 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। साथ ही आरोप लगाया है कि रेजिडेंट डॉक्टर, तथा-कथित कोरोना योद्धा, नीट पीजी काउंसलिंग 2021 की प्रक्रिया तेज करने की मांग को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन उन्हें बुरी तरह पीटा गया और पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया. बयान में कहा गया है कि आज से सभी मेडिकल सुविधाएं पूरी तरह बंद रहेंगी.