परीक्षितगढ़ महोत्सव के अंतर्गत नगर के माता कात्यायनी देवी मंदिर में हुआ श्री राम कथा का विशाल आयोजन
अखिल विद्या समिति के तत्वाधान में चल रहे परीक्षितगढ़ महोत्सव के अंतर्गत नगर के माता कात्यायनी देवी मंदिर में 9 दिवसीय श्री राम कथा का विशाल आयोजन किया गया।
अखिल विद्या समिति के तत्वाधान में चल रहे परीक्षितगढ़ महोत्सव के अंतर्गत नगर के माता कात्यायनी देवी मंदिर में 9 दिवसीय श्री राम कथा का विशाल आयोजन किया गया। कथा का वर्णन करते हुए, अखिल विद्या समिति के अध्यक्ष विष्णु अवतार रुहेला ने ऋषि याज्ञवल्क्य व भारद्वाज का संवाद, शिव पार्वती संवाद, मनु सतरूपा, नारद जी के अभिमान की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि देव ऋषि नारद जी ने भगवान विष्णु से विवाह हेतु सुंदर होने का वरदान मांगा भगवान विष्णु ने नारदजी को वानर का रूप देकर स्वयंवर में भेज दिया, जहां सब ने नारद जी उपहास क्या और विश्व मोहिनी रूपी महालक्ष्मी नहीं भगवान विष्णु के गले में वरमाला डाल दी नारद जी क्रोधित होकर भगवान विष्णु को कहते हैं कि जिस प्रकार से नारी का मोह दिखाकर आपने मुझे अपमानित किया हैं आप भी नारी के वियोग में भटकोगे और जिस रूप को आपने मुझे दिया है।
इसी वानर रूप आपकी सहायता के बिना अपनी नारी नही पा सकोगे। इससे पूर्व पं राजेश प्रसाद गैरोला,पं बबलू शर्मा,पं सुशील शर्मा,पवन शर्मा ने कात्यायनी देवी का वैदिक मंत्रोच्चारण कर पूजन समपन्न कराया। जिसमे पूनम रुहेला, स्वाति चौधरी, रिद्धिमा त्यागी,परी त्यागी, निशान्त गर्ग , जितेंद्र चौधरी, परीक्षिता,अनिल,योगेश,प्रमोद शर्माकृष्ण गोपाल शर्मा,संजय शर्मा, राम नारायण शर्मा,मा कैलाश, दिनेश सैनी,मुले आदि उपस्थित रहे।