पहली बार आया ऐसा बयान,5 परमाणु संपन्न देशों ने जारी किया संयुक्त बयान, बताया कैसे सुरक्षित रहेगी दुनिया
अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और चीन के संयुक्त बयान के मुताबिक पांच देशों के नेताओं ने कहा है कि 'हमारा मानना है कि परमाणु युद्ध से कोई जंग नहीं जीती जा सकती और इसे कभी लड़ा भी नहीं जाना चाहिए।
इस इंटरव्यू के दौरान मा ने कहा कि पांच देशों के समूह द्वारा जो संयुक्त बयान जारी किया गया है उसका सीधा सा अर्थ है कि परमाणु हथियारों से संपन्न देश इस बात को बखूबी जानते हैं कि युद्ध कभी जीते नहीं जा सकते हैं। न ही इसका इस्तेमाल किसी भी दूसरे देश के खिलाफ किया जाना चाहिए। इससे किसी का भला नहीं किया जा सकता है। मा ने ये भी कहा कि ये बयान इस बात को भी दर्शाता है कि सभी पांच देश परमाणु युद्ध को रोकने और देशों में इसको लेकर बढ़ रही होड़ को भी रोकना चाहते हैं। यह समीक्षा 4 जनवरी को होनी थी लेकिन सुरक्षा परिषद के पांचों स्थायी सदस्यों ने इसे साल बाद में करने के लिए स्थगित कर दिया. एनपीटी 1970 में अस्तित्व में आई थी. निरस्त्रीकरण का वचन पांचों ताकतों ने कहा, “परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच युद्ध को टालना और रणनीतिक खतरों को कम करना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है. संयुक्त बयान के मुताबिक पांच देशों के नेताओं ने कहा है कि ‘हमारा मानना है कि परमाणु युद्ध से कोई जंग नहीं जीती जा सकती और इसे कभी लड़ा भी नहीं जाना चाहिए। चूंकि परमाणु युद्ध का परिणाम दूरगामी होता है। तो हम यह भी संकल्प जताते हैं कि परमाणु हथियारों को रखने का मकसद रक्षात्मक उद्देश्य, आक्रमण को रोकने और युद्ध रोकने के लिए होना चाहिए। हमारा दृढ़ मान्यता है कि इस तरह के हथियारों के प्रसार को अवश्य रोका जाना चाहिए।
दुनिया की पांच परमाणु शक्तियों ने सोमवार को एक विरला कदम उठाते हुए ऐसा बयान जारी किया जिसने शांति में दुनिया का भरोसा मजबूत किया. पूर्व और पश्चिम के भेद मिटाते हुए ये पांच परमाणु शक्तियां पहली बार इस तरह साथ आईं.अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, रूस और चीन ने एक साथ मिलकर कहा कि परमाणु युद्ध ना जीता जा सकता है और ना लड़ा जाना चाहिए. साझा बयान में कहा गया, “हम इस बात को पूरी शिद्दत के साथ मानते हैं कि ऐसे (परमाणु) हथियारों का और प्रसार रोका जाना चाहिए. परमाणु युद्ध जीता नहीं जा सकता और कभी लड़ा नहीं जाना चाहिए.” यह बयान तब जारी हुआ है जबकि परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) की ताजा समीक्षा को कोविड-19 के कारण बाद के लिए टाल दिया गया है.