बजट में सरकार ने दी वंदे भारत ट्रेन को प्राथमिकता,सबसे तेज स्पीड, मेड इन इंडिया ट्रेन,जानिए वंदे भारत की क्या-क्या हैं खूबियां
केंद्र सरकार ने आगामी तीन वर्षों में 400 वंदे भारत ट्रेनों को चलाने की योजना बनाई है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ने साल 2022-23 का आम बजट पेश करते हुए वंदे भारत ट्रेन को लेकर ऐलान किया.
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी को आम बजट पेश कर दिया है। वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए किसानों से लेकर युवाओं तक के लिए कई बड़े ऐलान किए। इस दौरान उन्होंने रेलवे के लिए भी बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि हम 3 साल में 400 नई पीढ़ी की वंदे भारत ट्रेनें चलाएंगे। इस ट्रेन की शुरुआत भारत में रेल सेवाओं को बेहतर करने के उद्देश्य से की गई थी। वंदे भारत एक्सप्रेस भारत की सबसे तेज ट्रेन है,
जिसे पूरी तरह से देश में ही विकसित किया गया है। ऐसे में भारतीय रेल में बेहतर सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में इन ट्रेनों की संख्या बढ़ाने का ऐलान किया गया है। एक तरह से वंदे भारत ट्रेनों की संख्या बढ़ा कर सरकार भारतीय रेल सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने जा रही है। तो चलिए आज जानते हैं वंदे भारत ट्रेन क्या है और देश में इसकी शुरुआत कब हुई थी.
वंदे भारत ट्रेनों में जीपीएस-आधारित यात्री सूचना प्रणाली, सीसीटीवी कैमरे, ऑटोमैटिक स्लाइडिंग डोर और वैक्यूम आधारित बायो टॉयलेट्स जैसी सुविधाएं हैं. ट्रेन के हर कोच में चार इमरजेंसी पुश बटन दिए गए हैं. इससे आपातकालीन समय में यात्रियों को काफी फायदा मिलने वाला है.
पूरी तरह से भारत में बनी वंदे भारत ट्रेन अपनी सुविधाओं के लिए जानी जाती है। इसमें तेज गति की ट्रेनों का नया नेटवर्क निर्मित करने का प्रयास किया जाएगा। ऐसे में 400 नई ट्रेनें चलने से ज्यादा से ज्यादा क्षेत्रों के लोगों को उच्च सुविधाओं वाली यात्राकरने का मौका मिलेगा। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन भारत में ही पूरी तरह से (Made in India) बनाई गई है. यह देश की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन है. शुरुआत में ट्रेन का नाम ट्रेन-18 रखा गया था,
लेकिन फिर इसका नाम बदलकर वंदे भारत ट्रेन कर दिया गया. यह ट्रेन दिल्ली से वाराणसी भी चलती है, जिसके सिर्फ दो स्टॉपेज हैं. पहला कानपुर और फिर दूसरा प्रयागराज है.