बीजेपी का बड़ा दांव, बीजेपी में शामिल होंगी मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव, सपा को आज लगेगा जोर का झटका
अपर्णा यादव की रुचि राजनीति, सामाजिक कार्यों के अलावा संगीत में भी है। अपर्णा यादव ने कई सालों तक शास्त्रीय संगीत की शिक्षा भी ली है। वह एक अपना संगठन भी चलाती हैं जो महिलाओं के अधिकारों और सशक्तिकरण के लिए काम करता है।
बीजेपी का बड़ा दांव, बीजेपी में शामिल होंगी मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव, सपा को आज लगेगा जोर का झटका अपर्णा का भाजपा में जाना सपा के लिए कितना बड़ा झटका है, इसे इसी बात से समझा जा सकता है कि एक दिन पहले ही अखिलेश यादव ने इसे घर का मामला बताया था। अखिलेश ने इस मामले पर भाजपा को चिंता न करने को कहा था। अपर्णा पर सवाल पूछने पर मीडिया को भी अखिलेश ने निशाने पर ले लिया था। कहा कि आप बीजेपी की तरफ से सवाल कर रहे हैं। बीजेपी में शामिल हुई अपर्णा
दिल्ली में बीजेपी दफ्तर में अपर्णा यादव पार्टी में शामिल हो गईं। इस मौके पर केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि बहुत दिनों से चर्चा के बाद अपर्णा ने फैसला लिया। मोदी जी को नेतृत्व में जो विकास हो रहा है, योगी जी के नेतृत्व में विकास, यह देखते हुए बहुत लोग बीजेपी जॉइन कर रहे हैं। यूपी के पूर्व सीएम और सपा अध्यक्ष अखिलेश अपने परिवार में ही सफल नहीं हैअपर्णा यादव की बीजेपी नेताओं से पहले भी काफी सियासी नजदीकियां रही हैं. हालांकि समाजवादी पार्टी की नेता अपर्णा यादव ने 2017 में विधानसभा चुनाव और 2019 का विधानसभा उपचुनाव लखनऊ कैंट से लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. बीजेपी नेता सुरेश चंद्र तिवारी ने उन्हें हरा दिया था. वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव के ठीक बाद भी अपर्णा यादव के बीजेपी में जाने की अटकलें थीं. तब अपर्णा यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से दो बार मुलाकात भी की थी.
बता दें कि इससे पहले यूपी के तीन मंत्री और कई विधायक अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे. जिससे सत्ताधारी पार्टी को काफी झटका मिला था. वहीं हरियाणा बीजेपी प्रभारी अरुण यादव ने मंगलवार रात ट्वीट किया कि, “मुलायम सिंह यादव के छोटे बेटे प्रतीक की पत्नी अपर्णा यादव बुधवार सुबह 10 बजे योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में भाजपा में शामिल होंगी.”
गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव यूपी में सत्तारूढ़ बीजेपी के लिए अहम चुनौती बनकर उभरे हैं. उन्होंने कई विपक्षी दलों – ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और शरद पवार की राकांपा का समर्थन भी अर्जित किया है जो 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा विरोधी मोर्चा बनाने की कोशिश कर रहे हैं.