भारत की तसनीम मीर ने 16 साल की उम्र में रचा इतिहास, बनीं दुनिया की नंबर 1 अंडर 19 बैडमिंटन खिलाड़ी
जो पीवी सिंधु-साइना नेहवाल भी ना कर पाईं वो करके दिखाया, 16 साल की तसनीम मीर बनीं जूनियर बैडमिंटन में दुनिया की नंबर 1 खिलाड़ी। ऐसा कारनामा करने वाली वह देश की पहली खिलाड़ी हैं।
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों ने पिछले कुछ सालों में दुनियाभर में देश का नाम रोशन किया है। ओलिंपिक में मेडल जीतने से लेकर वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिताब हासिल करने तक, भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों ने अपना परचम हर जगह लहराया है। सीनियर खिलाड़ियों के दमदार प्रदर्शन के बाद जूनियर खिलाड़ियों ने भी देश को खुशी से झूमने का मौका दिया है।
गुजरात की बैडमिंटन खिलाड़ी तसनीम मीर ने इतिहास रच दिया है। 16 साल की मीर जूनियर बैडमिंटन में दुनिया की नंबर 1 खिलाड़ी बन गई हैं। तसनीम अपने पिछले साल के शानदार प्रदर्शन की वजह से नंबर 1 रैंकिंग तक पहुंचीं हैं। वह ऐसा कारनामा करने वाली देश की पहली खिलाड़ी हैं। पीवी सिंधु और साइना नेहवाल जैसी दिग्गज खिलाड़ी भी कभी जूनियर स्तर पर नंबर 1 नहीं बन पाई थीं।
इस उपलब्धि की उम्मीद नहीं थी- तसनीम
तसनीम ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि “मैं यह नहीं कह सकती कि मुझे इसकी उम्मीद थी, मुझे लगा कि मैं नंबर 1 नहीं बन पाऊंगी क्योंकि टूर्नामेंट COVID-19 से प्रभावित हो रहे थे लेकिन मैंने बुल्गारिया, फ्रांस और बेल्जियम में तीन इवेंट जीते, इसलिए मैं वास्तव में उत्साहित और खुश हूं कि आखिरकार मैं दुनिया की नंबर 1 खिलाड़ी बन गई। यह मेरे लिए बहुत अच्छा क्षण है।”
उन्होंने कहा कि “अब मैं पूरी तरह से सीनियर सर्किट पर ध्यान केंद्रित करूंगी और अगले महीने ईरान और युगांडा में खेलने को लेकर उत्साहित हूं। मेरा लक्ष्य अब अपनी सीनियर रैंकिंग में सुधार करना है। अगर मैं कुछ अच्छे प्रदर्शन करके साल के अंत तक शीर्ष 200 में पहुंच जाऊं तो यह बहुत अच्छा होगा।