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मेरठ: फाइनेंस कंपनी के दबाव से परेशान व्यापारी ने खुद को मारी गोली, मौत से पहले परिवार के साथ किया था मतदान

यूपी के मेरठ में सूदखोरों से परेशान होकर एक व्यापारी ने आत्महत्या कर ली। पूरा पैसा देने के बाद भी सूदखोर व्यापारी को परेशान कर रहे थे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच में जुट गई है।

मेरठ कॉलेज के पास कार में कनपटी पर गोली लगा हुआ व्यापारी का शव मिलने से सनसनी फैल गई।  सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव के पास से सुसाइड नोट और मोबाइल कब्जे में ले लिया। कार में सुसाइड नोट में दुकानदार ने निजी फाइनेंस कपंनी द्वारा ब्याज पर ब्याज की वसूली से यह कदम उठाया है। कारोबारी की कार से खोखा, सुसाइड नोट और डिप्रेशन की दवाइयां मिली हैं। पूरे मामले में पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए जांच शुरू कर दी है।

मूलरूप से सलेमाबाद गाजियाबाद निवासी योगेंद्र चौधरी (50) पुत्र महकार सिंह पत्नी अनुपमा और बेटी जाह्नवी के साथ सिविल लाइन क्षेत्र के मोहनपुरी में रह रहे थे। योगेंद्र सिंह की पीएल शर्मा रोड पर इनवर्टर और बैटरी की दुकान है। अनुपमा सेंट जोंस स्कूल में अध्यापिका हैं।

शुक्रवार दोपहर 1:30 बजे योगेंद्र दुकान से किसी काम के लिए जाने की बात कहकर आए थे। मेरठ कॉलेज के पास आईसीआईसीआई बैंक के सामने शाम करीब पांच बजे योगेंद्र का शव उनकी मारुति कार में ही मिला। योगेंद्र की कनपटी पर गोली लगी थी। घटनास्थल से 100 मीटर की दूरी पर ही एसएसपी आवास है। एसपी सिटी विनीत भटनागर और एएसपी कैंट सूरज राय, लालकुर्ती थाना पुलिस के साथ घटना का पता लगते ही मौके पर पहुंचे। शुरूआती जांच में पुलिस मान रही है कि योगेंद्र ने आत्महत्या की है। शव के पास मिले सुसाइड नोट में योगेंद्र ने मौत का कारण लिखा।

पुलिस के अनुसार फाइनेंस कंपनी चलाने वाले से योगेंद्र ने पैसा लिया हुआ था।  पांच प्रतिशत का ब्याज लगाकर पैसा मांगा जा रहा था। इसके चलते योगेंद्र तनाव में थे। कार में सिगरेट और नींद की गोलियां भी मिली हैं। व्यापारी की दुकान पर काम करने वाले नौकर अनिल कस्तला ने बताया कि वह डेढ़ बजे के करीब फोन को चार्जिंग पर लगाकर थोड़ी देर में आने की बात कहकर गए थे, जिसके बाद नहीं लौटे।

इंस्पेक्टर लालकुर्ती अतर सिंह ने बताया कि व्यापारी के मोबाइल में घटना का कारण लिखा है। इसका पासवर्ड बेटी को पता है। मोबाइल का लॉक अभी नहीं खुलवाया गया है, आज मोबाइल की जांच की जाएगी। हथियार के बारे में भी पुलिस जानकारी कर रही है। पता चला है कि व्यापारी के पास लाइसेंसी शस्त्र नहीं है। यह शस्त्र किसका है कहां से आया, इस बारे में जानकारी की जा रही है।

योगेंद्र सिंह के छोटे भाई दीपक चौधरी निवासी अंसल टाउन मोदीपुरम ने एसपी सिटी विनीत भटनागर से निष्पक्ष जांच की मांग की। एसपी सिटी ने जांच का आश्वासन दिया है। वहीं इसके साथ ही पुलिस ने मृतक योगेंद्र सिंह का फोन भी कब्जे में लिया है। इसमें कई अहम सबूत मोबाइल में कैद हैं।

परिवार के साथ मतदान भी किया था

दीपक चौधरी ने बताया कि बुधवार को योगेंद्र सिंह से बातचीत हुई थी, तब सब सामान्य लग रहा था। उन्होंने परिवार के साथ बृहस्पतिवार को मतदान भी किया था।

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