विदेश

यूक्रेन बॉर्डर पर मिसाइल और तोप भी तैनात, कभी भी अटैक कर सकता है रूस, अमेरिका बोला- बेहद ख़तरनाक होगा युद्ध, पूरा यूरोप होगा प्रभावित

यूक्रेन में भले ही तनाव को टालने की कोशिशें की जा रही हैं, लेकिन रूस पीछे हटता नहीं दिख रहा है। रूस की ओर से यूक्रेन सीमा पर लगातार सैनिकों का जमावड़ा बढ़ाया जा रहा है। यही नहीं पनडुब्बी, मिसाइल, होवित्जर तोपों, टैंक जैसे घातक हथियारों की तैनाती में भी इजाफा किया जा रहा है। एक तरफ रूस ने ब्लैक सी में पनडुब्बियों की तैनाती कर दी है

अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि पहले से कहीं ज्यादा रूस ने अब मिलिट्री ऐक्शन की तैयारी कर ली है।’ अमेरिका ने यह भी कहा है कि हमारे अनुमान के मुताबिक रूस का यूक्रेन पर अटैक कभी भी हो सकता है। इस बीच अमेरिकी रक्षा मंत्रालय भी एक्टिव नजर आ रहा है। रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन जल्दी ही यूरोप की यात्रा पर निकलेंगे। वह नाटो मुख्यालय जाएंगे और पोलैंड में तैनात अमेरिकी सैनिकों से मुलाकात करेंगे। इस दौरान वह लिथुआनिया, लाटविया और एस्टोनिया के डिफेंस मिनिस्टरों से मुलाकात करेंगे।
अमेरिका का कहना है कि ये बाल्टिक देश भी रूस के आक्रामक रुख से चिंतित हैं। दुनिया की दो सबसे बड़ी ताकतें जंग के मुहाने पर खड़ी हैं. कोई नहीं जानता है कि कब यूक्रेन को लेकर रूस और अमेरिका के बीच महाविनाशक भिड़ंत शुरू हो जाए. इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति का बड़ा बयान आया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा है कि नाटो में शामिल होने से यूक्रेन का अस्तित्व बचा रहेगा. इस बयान के बाद रूस का रवैया और आक्रामक होने की आशंका बढ़ गई है क्योंकि रूस चाहता है कि यूक्रेन नाटो में शामिल होने का विचार छोड़ दे. इस बीच युद्ध की आशंकाओं को टालने की कोशिश करने के लिए जर्मनी के चांसलर आज यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे हैं. कीव में बातचीत के बाद जर्मन चांसलर मॉस्को जाकर रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात करके उन्हें समझाने-बुझाने की कोशिश करेंगे.

उधर, मास्को में राष्ट्रपति पुतिन ने रूस के विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री से मुलाकात की, जिसमें रूस के विदेश मंत्री ने राष्ट्रपति पुतिन से पश्चिमी देशों के साथ बातचीत जारी रखने का प्रस्ताव दिया रूस के रक्षा मंत्री ने पुतिन को कई युद्धाभ्यास अब खत्म होने की ओर हैं. इस बीच एक बड़ी खबर ये भी आ रही है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री आज पुतिन से फोन पर बात करेंगे. पुतिन को मनाने की. समझाने की सारी कवायद इसलिए तेज हो रही हैं क्योंकि ऐसा कहा जा रहा है कि बुधवार को रूस यूक्रेन पर हमला कर सकता है और ये अटकलें क्यों लगाई जा रही हैं ये बताने के लिए रूस की जंगी तैयारी पर ये रिपोर्ट देखिएक्या विंटर ओलिंपिक ख़त्म होने से पहले यूरोप में जंग की शुरूआत हो जाएगी? क्या रूस अगले एक हफ़्ते के भीतर यूक्रेन के ख़िलाफ़ अपनी तोपों का मुंह खोल देगा? क्या रूस के कदमों को देखकर नाटो की धड़कनें तेज़ हो रही हैं?पेंटागन के प्रवक्ता लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि हम अब भी यह नहीं कह सकते हैं कि इस संबंध में कोई आखिरी फैसला हो गया है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में मिलिट्री ऐक्शन की शुरुआत कभी भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि यह भी संभव है कि रूस बिना किसी ऐलान के ही यूक्रेन पर अटैक शुरू कर दे। इस बीच अमेरिका समेत कई देशों ने अपने दूतावासों के गैर-जरूरी स्टाफ को निकालना शुरू कर दिया है। अमेरिका की ओर से अपने नागरिकों से निकलने की अपील पहले की जा चुकी है। इस बीच डच एयरवेज केएलएम समेत कई एयरलाइन कंपनियों ने यूक्रेन के एयरस्पेस का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है।

क्या वाकई रूस यूक्रेन के ख़िलाफ़ चढाई करने वाला है? आखिर क्यों ब्रिटेन, नॉर्वे, जापान और डेनमार्क ने यूक्रेन से अपने अपने नागरिकों से आपस लौटने की अपील की है? क्या अब हमला होने वाला है?
ये और ऐसे न मालूम कितने सवाल इस वक़्त हवा में तैर रहे हैं। आखिर ऐसा क्या हो रहा है कि वॉशिंगटन से लेकर क्रेमलिन तक फोन की घंटिया लगातार बजती जा रही हैं। क्यों अमेरिका के सैटेलाइट धरती का चक्कर लगाते लगाते अब रूस और यूक्रेन बॉर्डर पर अपनी आंखें गड़ाकर एक ही जगह ठिठक गए हैं।
उन आसमानी आंखों से ज़मीन के उस हिस्से की वो कौन सी हरक़त नज़र आ रही है जिसकी वजह से उन्हें बिना पलक झपकाए चौबीसों घंटे देखा जा रहा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button