यूपी चुनाव 2022: सिवालखास विधानसभा सीट गई सपा के खाते में, हाजी गुलाम मोहम्मद को गठबंधन ने बनाया प्रत्याशी
सिवालखास से सपा रालोद गठबंधन के लिए पूर्व विधायक गुलाम मोहम्मद को बनाया प्रत्याशी। मंगलवार को उन्हें सिंबल मिल गया। गुलाम मोहम्मद कई दिन से लखनऊ में ही डेरा डाले हुए थे। वह 2012 में सिवालखास से विधायक बने थे।
आखिरकार मंगलवार को सपा-रालोद गठबंधन के बीच सिवालखास विधानसभा सीट पर फंसा पेच सुलझ गया। यहां से गठबंधन ने हाजी गुलाम मोहम्मद को प्रत्याशी बनाया है। देर रात तक भी इस सीट पर प्रत्याशी की घोषणा नहीं हुई थी। रालोद के साथ ही सपा के गुलाम मोहम्मद की दावेदारी को लेकर तमाम अटकलें लगाई जाती रहीं थी।
मेरठ से लखनऊ और दिल्ली तक इस सीट पर दोनों दलों ने पत्ते नहीं खोले। वहीं प्रत्याशी के नाम पर से पर्दा हट गया और मंगलवार को गठबंधन ने गुलाम मोहम्मद को प्रत्याशी घोषित कर दिया। वहीं चौधरी चरण सिंह पार्क में जाट महासभा के अध्यक्ष रोहित जाखड़ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। कहा है कि सिवालखास से जाट प्रत्याशी को टिकट नहीं तो हम भी गठबंधन के साथ नहीं।
सिवालखास से सपा रालोद गठबंधन के लिए पूर्व विधायक गुलाम मोहम्मद को प्रत्याशी बनाया। मंगलवार को उन्हें सिंबल मिल गया। गुलाम मोहम्मद कई दिन से लखनऊ में ही डेरा डाले हुए थे। वह 2012 में सिवालखास से विधायक बने थे। 2014 में विधायक रहते हुए उन्हें सपा ने लोकसभा चुनाव में बागपत से प्रत्याशी बनाया लेकिन हार गए। 2017 में भी सिवालखास से विधानसभा चुनाव हार गए थे। यह सीट अभी तक रालोद के खाते में जाती हुई नजर आ रही थी, लेकिन गुलाम मोहम्मद इस पर लड़ने के लिए अड़े हुए थे और लखनऊ में ही कई दिन से डेरा डाले हुए थे।
सिवालखास सीट पर मुस्लिमों के बाद सर्वाधिक संख्या जाट मतदाताओं की है। इस पर सपा से विधायक रह चुके गुलाम मोहम्मद गठबंधन से टिकट की दावेदारी कर रहे थे। वह कई दिनों से लखनऊ में डेरा डाले हुए थे।