विदेश मंत्री एस. जयशंकर बोले- क्वाड ने बेहतर किया काम क्योंकि हमारे द्विपक्षीय रिश्ते रहे हैं मजबूत,यूक्रेन संकट के बीच क्वाड देशों की बैठक जारी
चौथे क्वाड की बैठक में डॉ एस जयशंकर, ऑस्ट्रेलियाई पीएम, ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री, जापानी विदेश मंत्री और अमेरिकी विदेश मंत्री शामिल हुए.
विदेश मंत्री एस जयशंकर आज चौथे क्वाड की बैठक में ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन, ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री मारिस पायने, जापानी विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ शामिल हुए.
बैठक में विदेश मंत्री ने कहा कि, सितंबर में आपने (ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री), हमारे प्रधानमंत्री, जापान के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति बाइडेन ने सामूहिक रूप से हमें मार्गदर्शन दिया था. क्वाड के लिए एक दृष्टिकोण रखा था. उन्होंने कहा कि, “मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम सब काम पर हैं. मुझे लगता है कि आज की बैठक हमें यह समीक्षा करने का अवसर देती है कि हमने उस पर कितनी प्रगति की है.
उन्होंने आगे कहा, “हमारे लिए, इस सदी में भारत-अमेरिका के बदलते संबंध वास्तव में एक बहुत ही परिभाषित विकास रहा है. इसलिए, मैं आज आपके साथ बैठने और अपने संबंधों को देखने के अवसर का स्वागत करता हूं और समझता हूं कि हम इसे कैसे सकारात्मक पथ पर आगे ले जाना जारी रख सकते हैं.
यूक्रेन, अफगानिस्तान संकट और हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते दखल के प्रति चिंताओं के बीच शुक्रवार को क्वाड देशों के विदेश मंत्री मेल्बर्न में हिस्सा लेने पहुंचे हैं.
बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा की ‘हमारे लिए निश्चित रूप से, इस सदी में भारत-अमेरिका के बदलते संबंधों ने विकास को परिभाषित किया है. इसलिए, मैं आज आपके साथ बैठक कर हमारे संबंधों को आगे बढ़ाने के अवसर का स्वागत करता हूं और देखता हूं कि हम इसे सकारात्मक दिशा में कैसे आगे लेकर जा सकते हैं.ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री स्कॉट मॉरिसन के साथ पहले की एक बैठक में, ब्लिंकन ने कहा था कि क्वाड सदस्य राष्ट्रों को एक साथ इसलिए नहीं लाया जाता कि हम किन चीजों के खिलाफ हैं, बल्कि इसलिए लाया जाता है कि हम किन चीजों पर साथ हैं.
उन्होंने कहा, जब हम एक साथ आते हैं तो मेरे लिए यह इतना आश्चर्यजनक है
कि यह उन देशों का एक समूह है जो इसलिए साथ आते है कि हम किन चीजों पर साथ हैं, ना कि किन चीजों के खिलाफ. यह एक स्वतंत्र और खुला इंडो-पैसिफिक है.
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री मॉरिस पायने ने बृहस्पतिवार को कहा था कि यह बैठक कोरोना वायरस संक्रमण रोधी टीके के वितरण, आतंकवाद से मुकाबला, समुद्री सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन में सहयोग पर केंद्रित होगी. पायने ने यह भी सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि हिंद प्रशांत क्षेत्र के सभी देश अपने स्वयं के रणनीतिक निर्णय लेने में सक्षम हों. उनके इस बयान को हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती आक्रामकता के संदर्भ के देखा जा रहा है.
पायने द्वारा आयोजित इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और जापानी विदेश मंत्री हयाशी योशिमासा शामिल हुए हैं.ऑस्ट्रेलिया शुक्रवार को मेलबर्न में चौथी क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक के लिए भारत, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका की मेजबानी कर रहा है और इसमें शीर्ष राजनयिक अर्थव्यवस्था, सुरक्षा, कोरोनावायरस महामारी और स्वतंत्र व खुले इंडो-पैसिफिक सहित क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की मांग कर रहे हैं.