44.23 करोड़ हुई जन धन खातों की संख्या, 1.5 लाख करोड़ रुपए के पार हुई जमा रकम
सरकार ने पिछले महीने संसद को सूचित किया था कि 8 दिसंबर, 2021 तक 3.65 करोड़ थी जन धन खातों में शून्य शेष या बैलेंस वाले खातों की संख्या। यह कुल जन धन खातों का 8.3 प्रतिशत बैठता है।
Pradhan Mantri Jan Dhan Yojana: जन धन योजना के तहत खोले गए बैंक खातों में 1.5 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है जमा राशि का आंकड़ा। सरकार ने साढ़े सात साल पहले शुरू की थी यह योजना। वित्त मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) के तहत खातों की संख्या 44.23 करोड़ पर पहुंच चुकी है। इन खातों में जमा राशि का 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गई है।
पिछले साल अगस्त में क्रियान्वयन के सात साल पूरे किए थे वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने वाली इस योजना ने । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनधन योजना शुरू करने की घोषणा 2014 में अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में की थी। वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, कुल 44.23 करोड़ जन धन खातों में से 34.9 करोड़ खाते सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में और 8.05 करोड़ खाते क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में हैं। शेष 1.28 करोड़ खाते निजी क्षेत्र के बैंकों में खोले गए हैं।
इसके अलावा पीएमजेडीवाई के 31.28 करोड़ लाभार्थियों को रुपे कार्ड जारी किया गया है। यहां उल्लेखनीय है कि समय के साथ रुपे कार्ड की संख्या और इसका इस्तेमाल बढ़ा है। पहले साल में 17.90 करोड़ खाते खोले गए थे इस योजना के । किसी खाताधारक द्वारा किए गए लेनदेन के आधार पर जन धन खातों में शेष या बैलेंस रोजाना के आधार पर बदल सकता है। ‘बैलेंस’ शून्य पर भी आ सकता है खाते में।
सरकार ने पिछले महीने संसद को सूचित किया था कि 8 दिसंबर, 2021 तक 3.65 करोड़ थी जन धन खातों में शून्य शेष या बैलेंस वाले खातों की संख्या। यह कुल जन धन खातों का 8.3 प्रतिशत बैठता है। आंकड़ों के अनुसार, 29.54 करोड़ जन धन खाते ग्रामीण और अर्द्ध-शहरी बैंक शाखाओं में हैं। 29 दिसंबर, 2021 तक कुल जन धन खाताधारकों में से 24.61 करोड़ महिलाएं थीं।