Uttar Pradesh: 16 साल तक सरकारी स्कूल टीचर के फेक डॉक्यूमेंट बनाकर नौकरी की, कर दिया गया बर्खास्त
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में एक युवक ने धोखाधड़ी करके सरकारी नौकरी हासिल की थी। देवेंद्र नाम के इस युवक को प्रमोशन के आधार पर प्रिंसिपल भी बनाया गया था। यह मामला फिरोजाबाद जिले के मदनपुरा ब्लॉक के प्राइमरी स्कूल का है।
16 साल तक फर्जी दस्तावेजों के चलते सरकारी नौकरी करने वाले शख्स का फंडाफोड़ हुआ है। एक युवक ने उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में धोखाधड़ी करके सरकारी नौकरी हासिल की थी। जिसका खुलासा होने के बाद उसे बर्खास्त कर दिया गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2006 में इस शख्स ने उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा विभाग की आंखों में धूल झोंक कर प्राइमरी स्कूल में टीचर की नौकरी हासिल की थी।
देवेंद्र नाम के इस युवक को प्रमोशन के आधार पर प्रिंसिपल भी बनाया गया था। 16 साल तक इसने सरकारी नौकरी की लेकिन मामले के खुलासे के बाद उसपर यूपी बेसिक शिक्षा अधिकारी के आदेश पर एफआईआर दर्ज की गई है। यह मामला फिरोजाबाद जिले के मदनपुरा ब्लॉक के प्राइमरी स्कूल का है।
सूत्रों के अनुसार, व्यक्ति ने खुद को “देवेंद्र कुमार” के रूप में बताकर नौकरी हासिल की थी। इसके लिए उसने हाथरस जिले में तैनात एक ही नाम के एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक के फर्जी दस्तावेज पेश किए। इस मामले में एसटीएफ जांच जानकारी मिलने के बाद फर्जी शिक्षक ने ड्यूटी से इस्तीफा देने की भी कोशिश की थी।
बता दें कि 10 साल तक सरकारी वेतन पाने वाले देवेंद्र के खिलाफ खुलासे के बाद एफआईआर दर्ज कर विभाग से ली गई सैलरी की वसूली प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। गौरतलब है कि इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से आदेश मिलने के बाद यूपी एसटीएफ ने प्राइमरी एजुकेशन डिपार्टमेंट के एचआर डाटा की जांच शुरू की थी। जिसमें अब तक सिर्फ फिरोजाबाद जिले में ही फर्जी दस्तावेजों के सहारे शिक्षक की नौकरी पाने वाले तीन मामले सामने आये हैं।
गौरतलब है कि फर्जी शिक्षक को लेकर आगरा के बढ़ौला गांव में भी एक मामला सामने आया है। दरअसल इस गांव के प्राइमरी स्कूल में तैनात एक शिक्षक ने हाईस्कूल व इंटर की फर्जी मार्कशीट के सहारे नौकरी हासिल की थी। इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी के आदेश पर खंड शिक्षा अधिकारी ने शिक्षक पर मामला दर्ज कराया गया है। बता दें कि आरोपी शिक्षक को पहले ही बर्खास्त कर दिया गया था।