विदेश

Russia-Ukraine War: पुतिन बोले- यूक्रेन में 3000 भारतीय बंधक, भारत कह रहा- हमें पता नहीं

गुरुवार को भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्विटर पर एक नोट शेयर कर कहा था कि बंधक बनाए जाने की जानकारी हमें नहीं है। मंत्रालय यूक्रेन में भारतीयों के साथ संपर्क में हैं।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में भारतीय नागरिकों के बंधक बनाए जाने की बात कही। रूस की तरफ से कहा गया कि यूक्रेन की सेना द्वारा 3,000 से अधिक भारतीय नागरिकों को पूर्वी यूक्रेन के खारकीव रेलवे स्टेशन पर रखा गया। बता दें कि पुतिन ने यह दावा सिक्योरिटी काउंसिल की बैठक के बाद कहीं।

हालांकि रूस भले ही भारतीयों के बंधक बनाए जाने की बात कर रहा हो लेकिन भारत ने ऐसी कोई जानकारी नहीं होने की बात कही है। गुरुवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपना बयान जारी किया।

ट्विटर पर मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक नोट शेयर किया है जिसमें कहा गया कि मंत्रालय यूक्रेन में भारतीयों के साथ संपर्क में हैं। किसी भारतीय को बंधक बनाने की जानकारी नहीं मिली है।

पुतिन ने दावा किया कि रूस की सेना ने यूक्रेन में भारतीयों को रिहा कराने का काम किया। इसके अलावा रूस का कहना है कि यूक्रेन ने चीन के लोगों को भी बंधक बनाया था। गुरुवार की रात मॉस्को में पुतिन ने रूसी भाषा में बोलते हुए कहा, “हजारों युवा, छात्र जो यूक्रेन के कॉलेजों में पढ़ रहे थे, उन्हें एक दिन से अधिक समय तक बंधक बनाकर रखा गया।”

उन्होंने कहा कि खारकीव में रेलवे स्टेशन पर 3,000 से अधिक भारतीयों के साथ सूमी शहर के 576 लोग भी इसमें शामिल हैं। पुतिन ने कहा, “सैकड़ों विदेशी वहां से निकलना चाहते हैं लेकिन उन्हें ऐसा करने नहीं दिया जा रहा। मूल रूप से वे कैदियों को ले जा रहे हैं, उन्हें राहत देने में बाधा डाली जा रही है। हमारी सेना ने उन्हें सुरक्षित रूप से छोड़ने की अनुमति देने के लिए सुरक्षित मार्ग, ग्रीन कॉरिडोर खोले हैं। उन्हें परिवहन की सुविधा दी जा रही जिससे विदेशी नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर जाने का मौका मिले।”

क्या कहा भारत ने

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बंधक बनाने को लेकर कहा, “यूक्रेन में हमारा दूतावास भारतीय नागरिकों के साथ लगातार संपर्क में है। हमने पाया कि यूक्रेनी अधिकारियों के सहयोग से कई छात्रों ने कल खारकीव छोड़ दिया है। हमें किसी छात्र को बंधक बनाए जाने की कोई सूचना नहीं मिली है।”

बता दें कि यूक्रेन का कहना है कि वह नागरिकों को निकालने, सहायता पहुंचाने के लिए संघर्ष विराम द्वारा समर्थित सुरक्षित गलियारे बनाने के लिए रूस के साथ सहमत हो गया है। दोनों देश वहां फंसे नागरिकों को निकालने और मानवीय आपूर्ति पहुंचाने के लिए सुरक्षित गलियारों की व्यवस्था करने के लिए एक अस्थायी समझौते पर पहुंचे हैं।

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